हल्दी नमक तड़कते रंग देखो धनिया और कुछ लाल मिर्च. हल्दी नमक तड़कते रंग देखो धनिया और कुछ लाल मिर्च.
दोपहर को जब है खाना बनता, मिर्ची का लाल रंग हाथों में उमड़ता दोपहर को जब है खाना बनता, मिर्ची का लाल रंग हाथों में उमड़ता
धानी चुनरी ओढ़े धरती, निर्मल अंबर भी मन भाया। धानी चुनरी ओढ़े धरती, निर्मल अंबर भी मन भाया।
मैं मर के अमर हूँ न रोना कभी तुम। माथे से अपने मिटाना ना कुमकुम। लहराते झंड़े में मैं हूँ समाया... मैं मर के अमर हूँ न रोना कभी तुम। माथे से अपने मिटाना ना कुमकुम। लहराते झंड़...
ये क्या हाल तेरा आँखों में नदिया ? अश्कों से भीगी होगी चुनरिया। मैं क्यों यूं आया, यूं क्यों मै... ये क्या हाल तेरा आँखों में नदिया ? अश्कों से भीगी होगी चुनरिया। मैं क्यों यू...
जीते जी समझा होता गंगा सी आज खाक़ न उड़ती मेरी यूँ चिल्लाती..! जीते जी समझा होता गंगा सी आज खाक़ न उड़ती मेरी यूँ चिल्लाती..!